भ्रांतिमान अलंकार-
जहाँ प्रस्तुत को देखकर किसी विशेष साम्यता के कारण किसी दूसरी वस्तु का भ्रम हो जाता है, वहाँ भ्रांतिमान अलंकार होता है। उदाहरण-
1. चंद के भरम होत मोड़ है कुमुदनी।
1. चंद के भरम होत मोड़ है कुमुदनी।
2. नाक का मोती अधर की कान्ति से,
बीज दाड़िम का समझकर भ्रान्ति से,
देखकर सहसा हुआ शुक मौन है,
सोचता है, अन्य शुक कौन है।
3. चाहत चकोर सूर ऒर , दृग छोर करि।
चकवा की छाती तजि धीर धसकति है।
4. बादल काले- काले केशों को देखा निराले।
नाचा करते हैं हरदम पालतू मोर मतवाले।।
5. पाँव महावर दें को नाइन बैठी आय।
पुनि-पुनि जानि महावरी एड़ी भीजत जाय।।
5. पाँव महावर दें को नाइन बैठी आय।
पुनि-पुनि जानि महावरी एड़ी भीजत जाय।।
This massege is so good for everyone
जवाब देंहटाएंSupar
हटाएंGood. Easy examples
जवाब देंहटाएंVery easy example
जवाब देंहटाएंGjb example Sir
जवाब देंहटाएंgjb examplesir
हटाएंNyc examples
जवाब देंहटाएंVery nice and easy
जवाब देंहटाएंNyc
जवाब देंहटाएंZahar
जवाब देंहटाएंAll the examples are very easy.
जवाब देंहटाएंओस बिंदु चूक रही है हंसिनी
जवाब देंहटाएंमोती उनको जान
मुझे यह लगता है कि यह सबसे अच्छा उदाहरण है कृपया आप बताएं कि आपको यह उधारण कैसा लगा धन्यवाद
Shandar
हटाएंExcellent
हटाएंHan yaad rakhne mein easy h...
हटाएंNice notes
हटाएंBahut easy hain sir
जवाब देंहटाएंnic
जवाब देंहटाएंचंद के भरम होत मोड़ है कुमुदनी iska MATLAB kyA hai
जवाब देंहटाएंपाँव महावर दें को नाइन बैठी आय।
जवाब देंहटाएंपुनि-पुनि जानि महावरी एड़ी भीजत जाय।।
thankyou sir
जवाब देंहटाएंIt's are v good examples
जवाब देंहटाएं1 is very nice
जवाब देंहटाएंThanks ankal ji
जवाब देंहटाएंIt is very good for everyone
जवाब देंहटाएंGood sir,very easy examples
जवाब देंहटाएंभ्रांतिमान अलंकार के लक्षण कौन से हैं
जवाब देंहटाएंThanks...hamari help ke liye ye karne ke liye ...Google se hame bahut help milti h
जवाब देंहटाएंGood Example 4num
जवाब देंहटाएंNice 🔥🔥 example
जवाब देंहटाएंThanku so much sir for give us so simple examples thanku again
जवाब देंहटाएंThanks sir
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
जवाब देंहटाएंThank you 😊
जवाब देंहटाएंThanks
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