अलंकार प्रश्नावली का उत्तर
1. (ब) आचार्य दण्डी
( आचार्य दण्डी संस्कृत के अलंकार संप्रदाय के प्रतिष्ठापक आचार्य हैं। )
2. (स) अनुप्रास
[( पद पदुम परागा ) यहाँ प वर्ण की एक से अधिक बार आवृत्ति हुई है ]
3. (द) यमक
{ जहाँ कोई शब्द एक से अधिक बार प्रयुक्त हो और उसके अर्थ अलग -अलग हों , यमक अलंकार कहलाता है। जैसे -
ऊँचे घोर मंदर के अंदर रहनवारी
ऊँचे घोर मंदर के अंदर रहती हैं।
1. (ब) आचार्य दण्डी
( आचार्य दण्डी संस्कृत के अलंकार संप्रदाय के प्रतिष्ठापक आचार्य हैं। )
2. (स) अनुप्रास
[( पद पदुम परागा ) यहाँ प वर्ण की एक से अधिक बार आवृत्ति हुई है ]
3. (द) यमक
{ जहाँ कोई शब्द एक से अधिक बार प्रयुक्त हो और उसके अर्थ अलग -अलग हों , यमक अलंकार कहलाता है। जैसे -
ऊँचे घोर मंदर के अंदर रहनवारी
ऊँचे घोर मंदर के अंदर रहती हैं।
इस पद में 'घोर मंदर ' शब्द की आवृत्ति दो बार हुई है। पहले 'घोर मंदर ' का अर्थ 'ऊँचे महल ' तथा दूसरे 'घोर मंदर ' का अर्थ 'कंदराओं से ' है।
4. ( स) श्लेष
5. (स) चार
( उपमेय, उपमान, साधारण धर्म, वाचक शब्द )
6. (स) संदेह
7. (ब) उत्प्रेक्षा
8. (ब) भ्रांतिमान
9. (ब) व्याज स्तुति
10.(स) विशेषोक्ति
11.(स) विभावना
12. (स) अन्योक्ति
13. (स) अन्योक्ति
14 (द) व्यतिरेक
15 (स) दृष्टान्त
16. (ब) व्यतिरेक
17. (ब) व्याज निंदा
18. (स) उदाहरण
19.(स) मानवीकरण
20.(द) अर्थान्तरन्यास ( सामान्य कथन का विशेष कथन से या विशेष का सामान्य कथन से पुष्ट करना )
21.(ब) रूपक
22.(द) मानवीकरण
23. (ब) यमक
24. (अ) एक तथ्य की पुष्टि के लिए उदाहरण स्वरूप दूसरा वाक्य कहना
25. (स) कारण के अभाव में कार्य की निष्पत्ति
26. (ब) कारण के होते हुए कार्य का ना होना
27. (ब) अप्रस्तुत के माध्यम से प्रस्तुत का वर्णन
28. (स) उपर्युक्त दोनों
29. (ब) एक ही आशय की दो भिन्न अभिव्यक्ति या भाव साम्य कथन
30. (स) उपर्युक्त दोनों
31. (स) उपर्युक्त (अ) एवं (ब) दोनों
32. (स) एक शब्द के प्रसंगानुसार अनेक अर्थ
33. (अ) उपमा
34. (अ)अनुप्रास
35. (स) उपमेय को उपमान से श्रेष्ठ बताना उपमा अलंकार होता है।
36. (ब) प्रस्तुत के माध्यम से अप्रस्तुत कथन अन्योक्ति अलंकार होता है।
37. (ब) यमक
38. (ब) दृष्टान्त ( भाव साम्यता )
39. (स) पुनरुक्ति प्रकाश
40. (ब) ब्याजनिन्दा ( स्तुति के बहाने निंदा )
41. (ब) वक्रोक्ति ( कहने वाले के कथन का सुनने वाले ने दूसरा अर्थ लिया। अपर - दूसरा कबूतर , अपर- पंख रहित कबूतर )
42. (ब) अपन्हुति ( यहाँ उपमेय में उपमान का आरोप निषेध सहित है )
43. (अ) उपमेय में उपमान का आरोप निषेध रहित
44. (द) उल्लेख
45. (ब) अन्योक्ति
46. (अ) यमक
47. (अ) अतिशयोक्ति
48. (अ) उपमा
49. (स) लाटानुप्रास ( आशय के भेद से शब्द व अर्थ दोनों की पुनरुक्ति )
50. (अ) संदेह
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